Emotional Intelligence By Daniel Goleman
Emotional Intelligence क्या है
INTELLIGENCE दो प्रकार का होता है | Intellectual intelligence (IQ) और Emotional Intelligence (EQ) . जीवन में सफल होने के लिए जितना जरुरत IQ का है उतना ही जरुरत EQ का है | Emotional Intelligence होने का मतलब है अपनी और दूसरों के भावनाओ (emotion) को समझना और उसे अच्छे से manage कर पाना | अब समस्या ये है की ज्यादातर लोगो को लगता है की हम इंसान बहुत ही logical creature है जो अपना सभी निर्णय logic से लेते है जो एकदम सही नहीं है |
EXAMPLE : अगर किसी के घर में आग लगी हो तो वो ये नहीं सोचेगा की आग ज्यादा है या कम है, मुझे अंदर जाना चाहिए या नहीं बल्कि वो बिना कोई Logic लगाए और अपनी जान की परवाह किये बिना घर में घुस जायेगा अपनी Family को बचाने के लिए | वो ऐसा इसलिए करेगा क्योंकि वो अपने परिवार से भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ है और अगर उसकी जगह हम होते तो हम भी यही करते |
AUTHOR कहते है हम सब इंसान Emotional Creature है जो अपना ज्यादातर Decision इमोशन से प्रभावित होकर लेते है, न की Logic से | लेकिन बहुत बार ऐसा होता है की लोग इमोशन में आकर कोई ऐसा निर्णय ले लेते है जो ज्यादातर समय सही नहीं होता उनके लिए वो ऐसा इसलिए करते है क्योकि वो अपने इमोशन को कंट्रोल और मैनेज नहीं कर पाते | हम इंसान अपने इमोशन को एकदम से कंट्रोल तो नहीं कर सकते लेकिन अच्छी बात ये है की हम कुछ बातो पर ध्यान रखकर अपने इमोशनल इंटेलिजेंस को बढ़ा सकते है | AUTHOR द्वारा बताये गए प्रिंसिपल में से कुछ इम्पोर्टेन्ट प्रिंसिपल को आपके साथ शेयर कर रहा हूँ |
1. Self Awareness
SELF AWARENESS मतलब अपने आप को एकदम अच्छे से जानना, ये जानना कि आप के Weak Point क्या है Strong point क्या है, आपका व्यहार कैसा है, आदते कैसी है, कैसे लोग पसंद है ?और हमेशा ये पता होना की आप कैसा महसूस कर रहे हैं | अपने आप को एकदम अच्छे से जानने और अपने प्रति जागरूक रहने के लिए आप अपने भावनाओं पर ध्यान देना शुरू कीजिए.
जैसे की मान लीजिये की आप अपने काम पर है और आपकी बातों को एक मीटिंग में ठुकरा दिया जाता है | जब यह होता है तो आपके मन में कैसी भावनाएँ उत्पन होती है | यही दूसरी तरफ अगर आपकी तारीफ होती है तो उस समय आपके मन में कैसी भावनाएँ होती है ? सोने से पहले और जागने के बाद की आपकी भावनाएँ कैसी होती हैं ? दुःख में, परेशानी में, कष्ट में, ख़ुशी में, आपकी भावनाएँ किस प्रकार की होती है ? आपकी भावनाएँ आपकी परिस्तिथि के बारे में आपको कैसा महसूस करा रही है ? सकारात्मक या नकारात्मक इस पर ध्यान दीजिए | आपका E Q बढ़ना शुरु हो जाएगा |
2. Managing Emotion
एक आदमी Bike से कही जा रहा था, तभी अचानक उसके एकदम पास से एक कार बहुत तेज रफ़्तार से निकली | वह आदमी एकदम डर गया और उसे उस कार वाले पर बहुत गुस्सा आया | वह चिल्ला-चिल्ला कर उस कार वाले को गाली देने लगा, लेकिन जब उसे पता चला की उसकी आवाज कार तक नहीं पहुँच रही है, तो उसने गुस्से में बाइक का गियर बढ़ाया और कार के पास पहुँच कर रोड के गलत साइड में गाड़ी चलाने लगा ताकि वह चिल्ला सके और गाली दे सके | तभी सामने से आती एक कार से उसका Accident हो गया | जिससे वह बच नहीं पाया और उसकी मृत्यु हो गयी उसके अपने गुस्से की वजह से |
हम इंसान अपने Emotion को एकदम से कंट्रोल नहीं कर सकते खासतौर पर गुस्से को जो हमें करना भी नहीं चाहिए | लेकिन गुस्सा आने के बाद उससे जल्द से जल्द बाहर आ सकते है | एक टेक्निक जिसका प्रयोग करके आप यह कर सकते है उसे कहते है ' REFRAMING ' मतलब सिचुएशन को अलग नजरिए से देखना |
EXAMPLE : उस आदमी को गुस्सा आया होगा जब उसने यह सोचा होगा की कार चलाने वाला हीरो बनने की कोशिश कर रहा है या शो ऑफ कर रहा है | लेकिन अगर उसने इसकी जगह कुछ ऐसा सोचा होता की शायद इसको कोई बहुत जरुरी काम होगा, इसलिए इतनी तेज कार चला रहा है | शायद कोई मेडिकल एमर्जेन्सी होगी या कोई बहुत बड़ी प्रॉब्लम होगी जहाँ इसको जल्दी पहुंचना जरुरी होगा | अब उसका ऐसा सोचना 100 % गलत हो सकता है लेकिन इससे उसकी जान बच जाती |
BOOK के Author कहते हैं की हमें अपने इमोशन को मैनेज करने के लिए चीजों को Positive लेना चाहिए | बिना ये सोचे की हम सहीं है या गलत | जो इंसान अपने इमोशन को समझ और मैनेज कर सकता है वो दुसरो के इमोशन को भी समझ और मैनेज कर सकता है |
एक आदमी Bike से कही जा रहा था, तभी अचानक उसके एकदम पास से एक कार बहुत तेज रफ़्तार से निकली | वह आदमी एकदम डर गया और उसे उस कार वाले पर बहुत गुस्सा आया | वह चिल्ला-चिल्ला कर उस कार वाले को गाली देने लगा, लेकिन जब उसे पता चला की उसकी आवाज कार तक नहीं पहुँच रही है, तो उसने गुस्से में बाइक का गियर बढ़ाया और कार के पास पहुँच कर रोड के गलत साइड में गाड़ी चलाने लगा ताकि वह चिल्ला सके और गाली दे सके | तभी सामने से आती एक कार से उसका Accident हो गया | जिससे वह बच नहीं पाया और उसकी मृत्यु हो गयी उसके अपने गुस्से की वजह से |
हम इंसान अपने Emotion को एकदम से कंट्रोल नहीं कर सकते खासतौर पर गुस्से को जो हमें करना भी नहीं चाहिए | लेकिन गुस्सा आने के बाद उससे जल्द से जल्द बाहर आ सकते है | एक टेक्निक जिसका प्रयोग करके आप यह कर सकते है उसे कहते है ' REFRAMING ' मतलब सिचुएशन को अलग नजरिए से देखना |
EXAMPLE : उस आदमी को गुस्सा आया होगा जब उसने यह सोचा होगा की कार चलाने वाला हीरो बनने की कोशिश कर रहा है या शो ऑफ कर रहा है | लेकिन अगर उसने इसकी जगह कुछ ऐसा सोचा होता की शायद इसको कोई बहुत जरुरी काम होगा, इसलिए इतनी तेज कार चला रहा है | शायद कोई मेडिकल एमर्जेन्सी होगी या कोई बहुत बड़ी प्रॉब्लम होगी जहाँ इसको जल्दी पहुंचना जरुरी होगा | अब उसका ऐसा सोचना 100 % गलत हो सकता है लेकिन इससे उसकी जान बच जाती |
BOOK के Author कहते हैं की हमें अपने इमोशन को मैनेज करने के लिए चीजों को Positive लेना चाहिए | बिना ये सोचे की हम सहीं है या गलत | जो इंसान अपने इमोशन को समझ और मैनेज कर सकता है वो दुसरो के इमोशन को भी समझ और मैनेज कर सकता है |
EXAMPLE : अगर आपसे कोई गुस्से में बात करे, चाहें वो सहीं हो या गलत हो | आप उसकी बात दो मिनट तक सुन लें बिना कुछ बोले, उसका गुस्सा कम हो जाएगा |
पहले जब मै उदास होता था या Weak फील करता था तो Sad Song सुनता था | जो मुझे और Sad और Energy Less फील कराते थे, लेकिन अब मै ऐसा नहीं करता हूँ | आप जब भी Sad या Weak करें तो कुछ ऐसे गाने सुने जो आपको अच्छा और Happy फील करायें न की और Weak और Down . कुछ भी ऐसा करे जो आप को अच्छा फील कराते है | अपने इमोशन को मैनेज करना सीखे ना की इमोशन के फ्लो में बह जाएं।
3. Empathy
टोलु नाम का लड़का जब किसी को रोते हुए देखता है तो वह रोटा है। टोलु रोया क्योंकि उसे दूसरे इंसान का दर्द Feel हुआ। Empathy मतलब है कि दुसरो के emotion को अपना emotion समझना और यह समझ पाना कि दूसरा व्यक्ति कैसा Feel कर रहा है। हम लोगो के emotion को उनके चेहरे तथा अन्य हाव-भाव को देख कर जान सकते हैं। अब ज्यादातर लोगो में Empathy कम और Sympathy देखने को ज्यादा मिलता है जो ज्यादातर लोग आप को Social Media Site पर करते हुए मिल जायेंगे। Sympathy मतलब दुसरो पर तरस खाना ना Empathy दिखाकर उनकी भावनाओं को समझना और उनकी हेल्प करना।
किसी से बात करने से पहले या कुछ कहने से पहले देखिये की सामने वाले के Emotion कैसे हैं। कहीं ऐसा न हो कि कोई बहुत अधिक परेशान हो और आप उसके पास जाकर चिल्ला-चिल्ला कर बात करने लगे, या उसके साथ मजाक करने लगे जिससे की वह और परेशान हो जाये और उसको गुस्सा आ जाये। या कोई बहुत अधिक खुश और उत्साह में हो और आप उससे कुछ इस कि बातें करे कि उसकी खुशी छीन जाये। तो कृपया किसी के भावनाओं को ठेस न पहुँचाये। इससे सामने वाले की नजर में आपका बहुत बुरा Image बन सकता है क्योंकि लोग ये भूल जाते हैं की आपने उनसे क्या बाते की लेकिन वो ये चीज कभी नहीं भूलते की आपने उन्हें कैसा Feel कराया। इसलिए आगे से किसी से बात से पहले उसके Emotion को समझिये या किसी से गुस्से से बात करने से पहले, किसी को अपमानित करने से पहले, या कोई भी ऐसा काम करने से पहले जिससे किसी को दुःख हो, ये सोचिये की अगर आपके साथ ऐसा होता तो आपको कैसा लगता या कोई आपके साथ ऐसा करता तो आप को कैसा लगता। ये चीज आपको बहुत अधिक हेल्प करेगी Emotionally Intelligent बनने में।
4. Building Relationship
एक बार अमेरिका और वेट नाम के सैनिको के बीच वॉर चल रहा था। वहाँ बीच में एक रास्ता था और दोनों तरफ चावल की फैसले थी जिनमे वे छुप कर गोलिया चला रहे थे, डेविड अपने सैनिको के साथ छुपकर फायरिंग कर रहे थे। तभी अचानक रस्ते पर कुछ बुद्धिस्ट आ जाते है वो एकदम शांत होकर चल रहे होते है जैसे कुछ हो ही नहीं रहा हो। उन्हें देखकर दोनों तरफ से फायरिंग रुक जाती है। लेकिन उनके जाने के बाद डेविड को और उनके सैनिको को लड़ने का मन नहीं करता है और डेविड बतातें हैं। वेट सैनिको को भी कुछ ऐसा ही फील हुआ क्योंकि उनके जाने के बाद उन्होंने वापस फायरिंग नहीं की और वो चले गए।
ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि Emotion Contagious होते हैं जो एक इंसान से दूसरे इंसान में आसानी से Transfer हो जाते हैं। EXAMPLE : अगर कोई बच्चा हमे हँसकर देखता है तो हम भी उसे बदले में हंसकर देखते हैं। इसलिए हमेशा अच्छे Emotion के साथ लोगो से मिलिए ये चीज उनको अच्छा और आपके साथ Safe फील करायेगी।
NOTE : यह लेख Emotional Intelligence by Daniel Goleman बुक से लिया गया है।
मेरे विचार :
1. अपने दिमाग में किसी भी चीज, किसी भी स्थान, किसी भी इंसान या किसी भी रिश्ते को Value मत दें। इन चीजों को दिल में रखिये इन्हें दिल से बनाइये दिमाग से नहीं क्योंकि दिमाग से जो चीजें बनती है। दिमाग उसे समय के साथ तोड़ देता है, उस चीज की कीमत होती है, उसका दाम लगाया जाता है। आप इस दुनिया में कोई भी चीज या रिश्ते को देख लो जो दिमाग से बना है, वो चीज और वो रिस्ता ख़त्म हो गया है समय के साथ , लेकिन जो चीजे दिल से बनी है वो Timeless है, Priceless है। उन चीजों का कोई दाम नहीं लगा सकता वो अमर हैं और इसका सबसे बढ़िया Example ताजमहल है।
2. जिंदगी में कभी उदास मत रहो यारों हँसने का मन करे तो हँसो, रोने का मन करे तो रोयो बस उदास मत रहो। बस इतना सा अहसान कर दो अपने और इस दुनिया के ऊपर... उदास रहना बिलकुल ही हारे और थके हुए लोगो की निशानी है। मै बस इतना कहना चाहता हूँ की आप अपने मौत से पहले मत मरों। जीवन में चाहें आपके साथ कुछ भी हो जाये हमेशा हँसते खेलते रहो।
3. एक कविता आपके साथ शेयर कर रहा हूँ जो हिमेश मदान जी ने लिखी हैं।
किसी अजनबी से बात कर के देखो, अपनी झिझक से आगे बढ़कर तो देखो,
किसी अनजान को मुस्कुराहट दे के तो देखो, कुछ रूठो को चाहत दे कर तो देखो ,
रोते आये थे पर रोते जायेंगे ऐसा जरुरी नहीं है, ये दुनिया इतनी बुरी नहीं है।
कुछ पुराने पन्नो को हिला कर तो देखो, अचानक उनको फ़ोन मिला कर तो देखो ,
कुछ जख्म ऐसे साफ कर के तो देखो, रास्ते अलग है पर दिलों दूरी नहीं है ,
ये दुनिया इतनी बुरी नहीं है।
दोस्ती के हाथ बढ़ा के तो देखो, अपनों को प्यार जता कर तो देखो ,
बिना कारण खुशियाँ मना कर तो देखो, खुद से ही गीत गुनगुना कर तो देखो ,
हर साँस में जिंदगी है, कोई मजबुरी नहीं है, ये दुनिया इतनी बुरी नहीं है ,
ये दुनिया इतनी बुरी नहीं है।
EXAMPLE : अगर आपसे कोई गुस्से में बात करे, चाहें वो सहीं हो या गलत हो | आप उसकी बात दो मिनट तक सुन लें बिना कुछ बोले, उसका गुस्सा कम हो जाएगा |
पहले जब मै उदास होता था या Weak फील करता था तो Sad Song सुनता था | जो मुझे और Sad और Energy Less फील कराते थे, लेकिन अब मै ऐसा नहीं करता हूँ | आप जब भी Sad या Weak करें तो कुछ ऐसे गाने सुने जो आपको अच्छा और Happy फील करायें न की और Weak और Down . कुछ भी ऐसा करे जो आप को अच्छा फील कराते है | अपने इमोशन को मैनेज करना सीखे ना की इमोशन के फ्लो में बह जाएं।
3. Empathy
टोलु नाम का लड़का जब किसी को रोते हुए देखता है तो वह रोटा है। टोलु रोया क्योंकि उसे दूसरे इंसान का दर्द Feel हुआ। Empathy मतलब है कि दुसरो के emotion को अपना emotion समझना और यह समझ पाना कि दूसरा व्यक्ति कैसा Feel कर रहा है। हम लोगो के emotion को उनके चेहरे तथा अन्य हाव-भाव को देख कर जान सकते हैं। अब ज्यादातर लोगो में Empathy कम और Sympathy देखने को ज्यादा मिलता है जो ज्यादातर लोग आप को Social Media Site पर करते हुए मिल जायेंगे। Sympathy मतलब दुसरो पर तरस खाना ना Empathy दिखाकर उनकी भावनाओं को समझना और उनकी हेल्प करना।
किसी से बात करने से पहले या कुछ कहने से पहले देखिये की सामने वाले के Emotion कैसे हैं। कहीं ऐसा न हो कि कोई बहुत अधिक परेशान हो और आप उसके पास जाकर चिल्ला-चिल्ला कर बात करने लगे, या उसके साथ मजाक करने लगे जिससे की वह और परेशान हो जाये और उसको गुस्सा आ जाये। या कोई बहुत अधिक खुश और उत्साह में हो और आप उससे कुछ इस कि बातें करे कि उसकी खुशी छीन जाये। तो कृपया किसी के भावनाओं को ठेस न पहुँचाये। इससे सामने वाले की नजर में आपका बहुत बुरा Image बन सकता है क्योंकि लोग ये भूल जाते हैं की आपने उनसे क्या बाते की लेकिन वो ये चीज कभी नहीं भूलते की आपने उन्हें कैसा Feel कराया। इसलिए आगे से किसी से बात से पहले उसके Emotion को समझिये या किसी से गुस्से से बात करने से पहले, किसी को अपमानित करने से पहले, या कोई भी ऐसा काम करने से पहले जिससे किसी को दुःख हो, ये सोचिये की अगर आपके साथ ऐसा होता तो आपको कैसा लगता या कोई आपके साथ ऐसा करता तो आप को कैसा लगता। ये चीज आपको बहुत अधिक हेल्प करेगी Emotionally Intelligent बनने में।
4. Building Relationship
एक बार अमेरिका और वेट नाम के सैनिको के बीच वॉर चल रहा था। वहाँ बीच में एक रास्ता था और दोनों तरफ चावल की फैसले थी जिनमे वे छुप कर गोलिया चला रहे थे, डेविड अपने सैनिको के साथ छुपकर फायरिंग कर रहे थे। तभी अचानक रस्ते पर कुछ बुद्धिस्ट आ जाते है वो एकदम शांत होकर चल रहे होते है जैसे कुछ हो ही नहीं रहा हो। उन्हें देखकर दोनों तरफ से फायरिंग रुक जाती है। लेकिन उनके जाने के बाद डेविड को और उनके सैनिको को लड़ने का मन नहीं करता है और डेविड बतातें हैं। वेट सैनिको को भी कुछ ऐसा ही फील हुआ क्योंकि उनके जाने के बाद उन्होंने वापस फायरिंग नहीं की और वो चले गए।
ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि Emotion Contagious होते हैं जो एक इंसान से दूसरे इंसान में आसानी से Transfer हो जाते हैं। EXAMPLE : अगर कोई बच्चा हमे हँसकर देखता है तो हम भी उसे बदले में हंसकर देखते हैं। इसलिए हमेशा अच्छे Emotion के साथ लोगो से मिलिए ये चीज उनको अच्छा और आपके साथ Safe फील करायेगी।
NOTE : यह लेख Emotional Intelligence by Daniel Goleman बुक से लिया गया है।
मेरे विचार :
1. अपने दिमाग में किसी भी चीज, किसी भी स्थान, किसी भी इंसान या किसी भी रिश्ते को Value मत दें। इन चीजों को दिल में रखिये इन्हें दिल से बनाइये दिमाग से नहीं क्योंकि दिमाग से जो चीजें बनती है। दिमाग उसे समय के साथ तोड़ देता है, उस चीज की कीमत होती है, उसका दाम लगाया जाता है। आप इस दुनिया में कोई भी चीज या रिश्ते को देख लो जो दिमाग से बना है, वो चीज और वो रिस्ता ख़त्म हो गया है समय के साथ , लेकिन जो चीजे दिल से बनी है वो Timeless है, Priceless है। उन चीजों का कोई दाम नहीं लगा सकता वो अमर हैं और इसका सबसे बढ़िया Example ताजमहल है।
2. जिंदगी में कभी उदास मत रहो यारों हँसने का मन करे तो हँसो, रोने का मन करे तो रोयो बस उदास मत रहो। बस इतना सा अहसान कर दो अपने और इस दुनिया के ऊपर... उदास रहना बिलकुल ही हारे और थके हुए लोगो की निशानी है। मै बस इतना कहना चाहता हूँ की आप अपने मौत से पहले मत मरों। जीवन में चाहें आपके साथ कुछ भी हो जाये हमेशा हँसते खेलते रहो।
3. एक कविता आपके साथ शेयर कर रहा हूँ जो हिमेश मदान जी ने लिखी हैं।
किसी अजनबी से बात कर के देखो, अपनी झिझक से आगे बढ़कर तो देखो,
किसी अनजान को मुस्कुराहट दे के तो देखो, कुछ रूठो को चाहत दे कर तो देखो ,
रोते आये थे पर रोते जायेंगे ऐसा जरुरी नहीं है, ये दुनिया इतनी बुरी नहीं है।
कुछ पुराने पन्नो को हिला कर तो देखो, अचानक उनको फ़ोन मिला कर तो देखो ,
कुछ जख्म ऐसे साफ कर के तो देखो, रास्ते अलग है पर दिलों दूरी नहीं है ,
ये दुनिया इतनी बुरी नहीं है।
दोस्ती के हाथ बढ़ा के तो देखो, अपनों को प्यार जता कर तो देखो ,
बिना कारण खुशियाँ मना कर तो देखो, खुद से ही गीत गुनगुना कर तो देखो ,
हर साँस में जिंदगी है, कोई मजबुरी नहीं है, ये दुनिया इतनी बुरी नहीं है ,
ये दुनिया इतनी बुरी नहीं है।
निवेदन : इस लेख के बारे में आपके क्या विचार हमे जरूर बतायें। शेयर करें अपने दोस्तों और परिवार के साथ, आपने इस लेख पर अपना कीमती समय दिया इसके लिए आपको धन्यवाद।
Tags:
Self Improvement
I am so happy 😊
ReplyDeleteMujhe apki baton se bhut kuch smjhne or sikhne ko mila
Keep visiting bro.
ReplyDeleteBahut hi achhi jankari di hai apne
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